Ghoghad.com

घोघड़,चम्बा, 18 अगस्त : जनजातीय क्षेत्र भरमौर के कुगती दर्रे (पास) के समीप 15 अगस्त को हुए हादसे में मलबे और पत्थरों की चपेट में आने से 144 भेड़-बकरियों की मौत हो गई। इस घटना की पुष्टि प्रशासन, पुलिस, पशुपालन विभाग व पंचायत सदस्यों द्वारा संयुक्त निरीक्षण के दौरान 17 अगस्त को की गई।

दुर्घटना के समय मौजूद में भेड़ पालकों ने अपने पशुधन को बचाने का भरपूर प्रयास भी किया परंतु सफल नहीं हो पाए जबकि इस दौरान एक गडरिया घायल भी हो गया।

राजस्व विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, घटना दोपहर लगभग 1 बजे हुई जब अचानक चारागाह वाले पहाड़ के ऊपरी भाग में बादल फटने से भारी मात्रा में पानी व पत्थर गिरने लगे। इस दौरान करीब 40 भेड़-बकरियां मौके पर ही दब गईं जबकि 104 बकरियां पानी और मलबे के साथ बह गईं।

 भेड़पालकों के ब्यानों के आधार पर निरीक्षण में पाया गया कि प्रभावित भेड़पालक गर्मियों में अपनी भेड़-बकरियों को कुगति की डुग्गीधार और सर्दियों में कांगड़ा की ओर ले जाते हैं। घटना के समय उनके पास लगभग 900 भेड़-बकरियां थीं।

हादसे में नुकसान उठाने वाले भेड़पालकों की सूची इस प्रकार है –

  1. सोभा राम पुत्र करमचंद, निवासी गांव धरना, तहसील धरवाला, जिला चंबा – 10 बकरियां।

  2. रतन चंद पुत्र प्रह्लाद, निवासी गांव मलकौता, तहसील भरमौर – 50 भेड़ व 24 बकरियां।

  3. यशपाल सिंह पुत्र दिलबर सिंह, निवासी गांव मलकौता, तहसील भरमौर – 20 भेड़ व 15 बकरियां।

  4. काकू राम पुत्र शेली राम, निवासी गांव गहीं लगोड़, तहसील नूरपुर, जिला कांगड़ा – 8 भेड़ व 7 बकरियां।

  5. चनाला राम पुत्र नंदा राम, निवासी गांव व डाकघर कुगती, तहसील भरमौर, जिला चम्बा – 10 बकरियां।

प्रशासन ने इस घटना में हुए नुकसान की रिपोर्ट तैयार कर आगे की कार्रवाई हेतु उच्च अधिकारियों को भेज दी है। अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी भरमौर कुलबीर सिंह राणा ने कहा कि हादसे से पीड़ित भेड़ पालकों को नियमानुसार सहायता प्रदान की जाएगी।


Ghoghad.com

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page