घोघड़,धर्मशाला, 23 नवम्बर : तेजस विमान हादसे में शहीद हुए फ़्लाइट लेफ्टिनेंट नमांश स्याल का पार्थिव शरीर जब शनिवार को उनके पैतृक गाँव पटियालकर पहुंचा, तो पूरा क्षेत्र शोक, गर्व और भावनाओं से अभिभूत हो उठा। सुबह से ही ग्रामीण, जनप्रतिनिधि और विभिन्न विभागों के अधिकारी गाँव में एकत्र हुए और अपने वीर बेटे को श्रद्धांजलि अर्पित की।
गाँव में आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में आयुष, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री यादविंद्र गोमा, पर्यटन निगम के अध्यक्ष आर.एस. बाली, एचआरटीसी के उपाध्यक्ष अजय वर्मा, डीसी कांगड़ा हेमराज बैरवा, एसपी देहरा मयंक चौधरी, एसडीएम मनीष शर्मा, पूर्व मंत्री विपिन सिंह परमार, पूर्व विधायक अरुण मेहरा, तथा भारतीय सेना और वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने पहुँचकर शहीद को अंतिम नमन किया।
सभी अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों ने शहीद के परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएँ व्यक्त करते हुए कहा कि फ़्लाइट लेफ्टिनेंट नमांश स्याल का बलिदान राष्ट्र सदैव कृतज्ञता के साथ याद रखेगा।
शहीद का पार्थिव शरीर जब गगल हवाई अड्डे पर लाया गया, तो वहाँ मंत्री यादविंद्र गोमा, उपमुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया, आर.एस. बाली, अजय वर्मा, और डीसी हेमराज बैरवा मौजूद रहे। सभी ने परिजनों को ढांढस बांधा और इस कठिन घड़ी में पूर्ण सहयोग का भरोसा दिलाया।
गाँव में पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया, जहाँ हजारों लोगों ने श्रद्धांजलि दी। बाद में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
शहीद पायलट को मुखाग्नि उनके ताया के पुत्र निशांत ने दी।
नमांश स्याल दुबई एयर शो में भारतीय वायुसेना की टीम के साथ तैनात थे, जहाँ तेजस विमान के हादसे में उन्होंने सर्वोच्च बलिदान दिया। क्षेत्र में उनके साहस और सेवा की भावना को हमेशा याद किया जाएगा।

