घोघड़, चम्बा, 17 अक्तूबर : राजस्व, बागवानी, जनजातीय विकास एवं जन शिकायत निवारण मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि सेब और अन्य फलों के उत्पादकों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिले, यह सरकार की प्राथमिकता है। इसके लिए कृषि उपज विपणन समिति और उद्यान विभाग के अधिकारी आढ़ती संगठनों के साथ समन्वय बैठकें आयोजित कर बागवानों के हितों की पूरी सुरक्षा सुनिश्चित करें।
मंत्री ने यह बात शुक्रवार को तीसा विश्राम गृह में आयोजित उद्यान विभाग के जागरूकता शिविर की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बागवानों के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाएं चला रही है, जिनसे अधिक से अधिक लाभ उठाने की जरूरत है।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मनरेगा योजना के तहत बागवानों को दिए जाने वाले पौधों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए, और केवल जांच के बाद ही पौधे वितरित किए जाएं। साथ ही बागवानों को सघन बागवानी पद्धति अपनाने की सलाह देते हुए विभाग को पौधों की मांग सूची समय पर उपलब्ध करवाने को कहा।
नेगी ने उद्यान विभाग को नियमित अंतराल पर जन-जागरूकता शिविर आयोजित करने और वन अधिकार अधिनियम से लोगों को जोड़ने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि इससे ग्रामीण और आदिवासी समुदायों को अपने अधिकारों के प्रति अधिक जानकारी और लाभ मिल सकेगा।
इस मौके पर स्थानीय कांग्रेस नेता यशवंत सिंह खन्ना ने मंत्री का स्वागत किया और चुराह क्षेत्र से संबंधित विभिन्न जनसमस्याओं को उनके समक्ष रखा। उन्होंने तीसा नागरिक चिकित्सालय और राजस्व विभाग में रिक्त पदों को शीघ्र भरने का अनुरोध किया।
कार्यक्रम में उपनिदेशक उद्यान डॉ. प्रमोद शाह ने विभाग की योजनाओं और नई तकनीकों की जानकारी दी। इस अवसर पर जिला कृषि उपज एवं विपणन समिति के अध्यक्ष ललित ठाकुर, एसडीएम अंकुर ठाकुर, डीएसपी जितेंद्र चौधरी, अधिशाषी अभियंता परवेश ठाकुर सहित कई अधिकारी, कांग्रेस पदाधिकारी और स्थानीय लोग मौजूद रहे।

