घोघड़, भरमौर, 13 अक्तूबर: आज एकीकृत जनजातीय क्षेत्र विकास कार्यक्रम भरमौर की प्रगति को लेकर विभिन्न विभागों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी (एडीएम) भरमौर कुलवीर सिंह राणा की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में कृषि, बागवानी, पशुपालन, मत्स्य, आयुष, स्वास्थ्य और तहसील कल्याण विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।
बागवानी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि चालू वित्तीय वर्ष 2025-26 में विभाग द्वारा 800 बागवानों को 10 हजार सेब के पौधे वितरित किए गए हैं। इन पौधों को लगाकर लगभग 15 हेक्टेयर अतिरिक्त भूमि को सेब उत्पादन के दायरे में लाया जाएगा। पहले यह क्षेत्रफल लगभग 4000 हेक्टेयर था। अधिकारियों ने यह भी कहा कि भरमौर क्षेत्र में सेब और अखरोट की खेती तथा कुगती और लाहल क्षेत्रों में मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
मत्स्य विभाग ने जानकारी दी कि पिछले वर्ष 411 किलोग्राम मछली उत्पादन किया गया था, जिसे भरमौर, चंबा और पठानकोट क्षेत्रों में आपूर्ति की गई। इस वर्ष 500 किलोग्राम मछली के उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। विभाग ने बताया कि 8 मत्स्यपालकों को लगभग 40 हजार मछली के बीज वितरित किए गए हैं।
कृषि विभाग की ओर से बताया गया कि गत वित्तीय वर्ष में कृषि संवर्धन योजना के अंतर्गत किसानों को 5.1 क्विंटल मटर के बीज प्रदान किए गए। विभाग के अनुसार होली, क्यारी, चनोता और गरोला क्षेत्रों में मटर की पैदावार सबसे अधिक है, इसलिए इन इलाकों में विशेष फोकस किया जा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से बीएमओ डॉ. दीपेश बराल ने बताया कि दवा क्रय के लिए 15 लाख रुपये का बजट निर्धारित किया गया है। एडीएम ने निर्देश दिए कि वार्षिक दवा खपत की सूची तैयार की जाए ताकि डीवीडीएमएस पोर्टल के माध्यम से दवाओं की खरीद प्रक्रिया सुगमता से हो सके। बीएमओ ने यह भी बताया कि अस्पताल का नया भवन निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है और आवश्यक फर्नीचर की मांग उच्च अधिकारियों को भेज दी गई है।
बैठक के अंत में एडीएम कुलवीर सिंह राणा ने सभी विभागों को निर्देश दिए कि एकीकृत जनजातीय क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत प्राप्त बजट का समयबद्ध और प्रभावी उपयोग सुनिश्चित किया जाए।
बैठक में उपमंडलीय आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ. अनुराधा शर्मा, तहसील कल्याण अधिकारी विकास पखरेटिया, राजकीय महाविद्यालय भरमौर के प्रिंसिपल हेमंत पाल तथा मत्स्य अधिकारी विजय कुमार सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

