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घोघड़, शिमला, 10 अक्तूबर : हिमाचल प्रदेश में अब डाक विभाग अपनी पारंपरिक पहचान से आगे बढ़कर आधुनिक तकनीक से लैस सेवाओं के साथ लोगों के घर-द्वार तक पहुंच रहा है। विभाग ने “स्पीड, सेफ्टी और स्माइल” के मंत्र पर चलते हुए कई तकनीकी नवाचार किए हैं, जिनसे राज्य के ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्रों तक वित्तीय और सरकारी सेवाएं आसानी से पहुंच रही हैं।

यह जानकारी हिमाचल प्रदेश परिमंडल के मुख्य पोस्टमास्टर जनरल संजय सिंह ने डाक सप्ताह के समापन अवसर पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में लगभग 2800 डाकघर संचालित हैं, जो दो लाख से अधिक नागरिकों को विभिन्न सेवाएं उपलब्ध करा रहे हैं। प्रदेश में औसतन हर 20 किलोमीटर के दायरे या 2500 लोगों पर एक डाकघर मौजूद है।

 अब घर बैठे मिलेंगी डाक विभाग की प्रमुख सेवाएं

डाक विभाग अब न केवल पत्र और पार्सल वितरण तक सीमित है, बल्कि बैंकिंग, बीमा और सरकारी सेवाओं का केंद्र बन चुका है।

  • माइक्रो एटीएम सुविधा से ग्रामीणों को अब बिना बैंक जाए नकद निकासी की सुविधा मिल रही है।

  • आधार एनेबल्ड पेमेंट सिस्टम (AePS) से लोग अपने खातों से पैसे निकाल सकते हैं और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की राशि भी घर पर ही प्राप्त कर सकते हैं।

  • वृद्ध नागरिकों के लिए जीवन प्रमाण पत्र (Life Certificate) जमा करने की सुविधा भी घर-द्वार तक पहुंचाई जा रही है।

 डिजिटलाइजेशन से बढ़ी पारदर्शिता

मुख्य पोस्टमास्टर जनरल ने बताया कि हिमाचल परिमंडल अपने सभी डाकघरों को पूरी तरह डिजिटल बनाने की दिशा में तेजी से काम कर रहा है।
अब ग्राहक अपने स्पीड पोस्ट और पार्सल की वास्तविक समय (Real-Time) में ट्रैकिंग कर सकते हैं। इससे सेवाओं में पारदर्शिता और गति दोनों बढ़ी हैं।

 एक ही स्थान पर मिलेंगी सरकारी सेवाएं

डाकघरों को अब “सिंगल विंडो सिस्टम” के रूप में विकसित किया गया है। नागरिक यहां से

  • पासपोर्ट आवेदन,

  • आधार कार्ड पंजीकरण या अपडेट, और

  • जीवन प्रमाण पत्र जमा जैसी सेवाएं एक ही स्थान पर प्राप्त कर सकते हैं।

इसके अलावा, विभाग डाक चौपाल जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों तक नई योजनाओं और सेवाओं की जानकारी भी पहुंचा रहा है।

 बीमा और बचत योजनाओं से सशक्त हो रहे लोग

डाक जीवन बीमा (PLI) और ग्रामीण डाक जीवन बीमा (RPLI) योजनाओं के अंतर्गत बड़ी संख्या में नए ग्राहक जुड़े हैं। ये योजनाएं कम प्रीमियम में बेहतर सुरक्षा प्रदान करती हैं।
वहीं, सुकन्या समृद्धि योजना जैसी बचत योजनाओं को घर-घर पहुंचाकर महिला सशक्तिकरण और परिवार की आर्थिक सुरक्षा को बढ़ावा दिया जा रहा है।

 हर कोने तक पहुंचाने का लक्ष्य

संजय सिंह ने कहा, “ग्राहक हमारी प्राथमिकता हैं। स्पीड, सेफ्टी और स्माइल हमारे सेवा सिद्धांत हैं। हमारा प्रयास है कि तकनीक और नवाचार के माध्यम से हिमाचल के हर नागरिक को विश्वसनीय डाक सेवाएं मिलें — चाहे वह दुनिया का सबसे ऊंचा डाकघर हिक्किम हो या कोई दुर्गम पहाड़ी गांव।”

गौरतलब है कि भारतीय डाक विभाग द्वारा 6 से 10 अक्टूबर तक राष्ट्रीय डाक सप्ताह मनाया गया, जिसके तहत प्रौद्योगिकी दिवस, वित्तीय समावेशन दिवस, विश्व डाक दिवस, और ग्राहक सेवा दिवस जैसे कई आयोजन हुए। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य आम जनता को डाक विभाग की विस्तृत सेवाओं और उनकी आधुनिक कार्यप्रणाली से अवगत कराना था।


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