घोघड़, शिमला, 17 जुलाई 2025 : जिला शिमला में सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने और दुर्घटना पीड़ितों को समय पर सहायता पहुंचाने के उद्देश्य से राहवीर योजना के तहत एक नई पहल शुरू की गई है। उपायुक्त अनुपम कश्यप ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को “गोल्डन ऑवर” यानी पहले एक घंटे के भीतर अस्पताल पहुंचाने वाले नागरिक को सरकार की ओर से 25,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
उपायुक्त की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई, जिसमें उन्होंने पुलिस विभाग को निर्देश दिए कि ऐसे नागरिकों की पहचान की जाए जिन्होंने हालिया दुर्घटनाओं में घायलों की मदद की है। साथ ही उन्होंने समिति के सभी सदस्यों से आग्रह किया कि वे ऐसे मामलों की जानकारी जिला प्रशासन को दें, ताकि अधिक से अधिक लोगों को इस योजना के बारे में पता चल सके और नागरिक मानवता के इस कार्य में बढ़ चढ़कर भाग लें।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि 28 जुलाई को बचत भवन में एक विशेष कार्यशाला आयोजित की जाएगी, जिसमें सड़क सुरक्षा से जुड़े सभी विभागों और हितधारकों को आमंत्रित किया जाएगा। इसके बाद उपमंडल स्तर पर भी ऐसी कार्यशालाएं की जाएंगी।
उपायुक्त ने नगर निगम को निर्देश दिए कि शहर में संभावित दुर्घटना स्थलों की पहचान की जाए और वहां आवश्यक यातायात संकेतक एवं अन्य सुरक्षा उपाय स्थापित किए जाएं। इसके अतिरिक्त, सड़कों के किनारे मौजूद सूखे पेड़ों की सूची तैयार कर सुरक्षा की दृष्टि से उचित कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने अतिक्रमण हटाने के भी सख्त निर्देश दिए ताकि यातायात में किसी तरह की बाधा न हो।
क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी अनिल शर्मा ने बताया कि सड़क सुरक्षा को लेकर नेत्र जांच और रक्तदान शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। साथ ही, वाणिज्यिक वाहनों की ओवरलोडिंग की नियमित जांच कर चालान किए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि युवाओं को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए विभिन्न संस्थानों में जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं।
शहर में प्रदूषण जांच केंद्रों की संख्या कम होने की बात सामने आने पर उपायुक्त ने निर्देश दिए कि मोबाइल वैन की व्यवस्था कर वाहन पासिंग के समय ही प्रदूषण जांच की सुविधा दी जाए।
इस बैठक में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी (कानून एवं व्यवस्था) पंकज शर्मा सहित समिति के अन्य सदस्य व विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।