घोघड़, चम्बा 09 अप्रैल : भरमौर से सायं चार बजे उल्लांसा के लिए चलने वाली मिनी बस आज अपने निर्धारित स्थल पर पहुंचते ही दुर्घटना का शिकार हो गई । प्राप्त जानकारी अनुसार भरमौर बस अड्डा से निकली यह बस करीब साढे पांच बजे उल्लांसा के पाकता नामक स्थान पर पहुंची तो चालक ने बस में कुछ खराबी महसूस की और सवारियों को सतर्क रहने को कहा इसी दौरान चालक ने सड़क पर लगे ईटों के ढेर पर बस को चढ़ा दिया। सवारियों के पूछने पर चालक ने कहा कि बस की ब्रेक फेल हो गई है।
खैर आज तो चालक ने ईंटों के ढेर पर बस चढ़ाकर सवारियों की जान बचा ली परंतु खटारा बसों के अन्यंत्रित होने पर हर बार चालक को ऐसा सुरक्षित स्थान नहीं मिलता है। भरमौर के लोकल रूट पर प्रतिदिन 13 बसें चलती हैं जिनमें से उल्लांसा का रूट भी शामिल है। सामान्य लोगों से लेकर स्कूली बच्चों व कर्मचारी अपने दैनिक कार्य निपटाकर सायं इस बस से अपने घरों को लौटते हैं। भरमौर उल्लांसा के बीच करीब बीस पड़ावों के यात्री इस बस सेवा का उपयोग करते हैं।
ग्राम पंचायत उल्लांसा के समाज सेवी अक्षय शर्मा बताते है यह बस आज पहली बार खराब नहीं हुई बल्कि इससे पूर्व भी यह कई बार खराब हो चुकी है। कई बार इस बस से लोगों को उतर कर पैदल घर पहुंचना पड़ा है। तमाम शिकायतों के बावजूद परिवहन निगम व सरकार इस रूट पर नई बसें नहीं भेज रहे। परिवहन निगम की खटारा बसें शायद किसी बड़ी दुर्घटना के बाद हटाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि भरमौर से उल्लांसा को लिए चलने वाली बस में हर रोज इतनी भीड़ होती है कि कई लोगों को निजि या टैक्सी के माध्यम से अपने गंतव्य तक पहुंचना पड़ता है। जिनमें से कुछ की ओर से व कुछ गरोला की ओर से भी उल्लांसा जाते हैं परंतु एक मिनी बस इस रूट के यात्रियों के लिए कम पड़ रही है। उन्होंने मांग की कि उल्लांसा के लिए खड़ामुख व गरोला से हर घंटे के अंतराल पर मिनी बस चलनी चाहिए ।