घोघड़ न्यूज चम्बा, 20 अगस्त : मणिमहेश यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं के लिए पौष्टिक भोजन ही करवाएंगी लंगर समितियां। मणिमहेश यात्रा के समय चम्बा जिला के विभिन्न स्थलों पर श्रद्धालुओं की संख्या में अचानक बढ़ौतरी हो जाती है ऐसे में उनके भोजन व रात्री ठहराव की व्यवस्था बहुत बड़ी चिन्ता प्रशासन को रहती है। वर्षाशालिका के अलावा श्रद्धालुओं की दूसरी मुख्य आवश्यकता भोजन की होती है। श्रद्धालुओं की इस आवश्यकता को लंगर समितियां वर्षों से पूरा करती आ रही हैं। यात्रा के दौरान चम्बा जिला मुख्यालय से मणिमहेश झील तक के मार्ग में करीब सौ लंगर समितियां श्रद्धालुओं को तीन समय का भोजन व चायपान आदि उपलब्ध करवाती हैं।
यात्रा के दौरान इस वर्ष भी लंगर समितियां यात्रियों के लिए भोजन उपलब्ध करवाने की सेवा करने के लिए प्रशासन के पास आवेदन कर रही हैं। उपमंडलाधिकारी भरमौर एवं मणिमहेश न्यास सदस्य सचिव कुलवीर सिंह राणा ने कहा कि लंगर समितियां रक्षा बंधन के बाद से लंगर सेवाएं आरम्भ कर देंगी। मणिमहेश न्यास के पास अब तक 18 लंगर समितियों ने आवेदन पत्र भेजे हैं। जिन्हें न्यास द्वारा जारी दिशानिर्देशों एवं शर्तों की पालना के बाद अनुमति प्रदान कर दी जाएगी। न्यास सदस्य सचिव ने कहा कि लंगर समितियों से 12 हजार रुपये स्वच्छता शुल्क लिया जा रहा है।
लंगर समितियों के लिए विशेष नियमों में महिला व पुरुषों के लिए पर्याप्त संख्या में शौचालय निर्माण, पेयजल भंडारण व उसकी स्वच्छता की व्यवस्था, तरल अपशिष्ट निस्तारीकरण प्रबंधन, बिना अनुमति लाऊड स्पीकर अथवा म्यूजिक सिस्टम न बजाना, श्रद्धालुओं को केवल पौष्टिक एवं हल्का भोजन उपलब्ध करवाना शामिल हैं। उन्होंने कहा कि लंगर समितियां सड़क पर जबरन वाहनों को नहीं रोकेंगी व न ही सड़क किनारे भोजन परोसेंगी। लंगर समितियां केवल मणिमहेश न्यास के लिए दान एकत्रित करेंगी उन्हें किसी भी तरीके से दान हासिल करने की अनुमति नहीं होगी। लंगर सेवा के लिए आवेदक भी उपमंडाधिकारी भरमौर एवं मणिमहेश न्यास कार्यालय में आवेदन पत्र दाखिल कर सकते हैं।