घोघड़ न्यूज चम्बा 07 सितम्बर : भारत की प्रसिद्ध मणिमहेश यात्रा का पहली चरण अर्थात जन्माष्टमी न्हौण पर्व आज पूरा हो गया। गत 06 सितम्बर 03ः35 बजे से आरम्भ हुआ जन्माष्टमी पर्व आज सायं सवा चार बजे समाप्त हो गया। गत दिवस करीब 14 हजार लोगों ने मणिमहेश झीन में स्नान किया था जबकि आज करीब बीस हजार श्रद्धालुओं के स्नान करने की सूचना है। श्रद्धालुओं का कहना है कि अक्सर धुंध के साए में छिपे रहने वाले कैलाश पर्वत के दर्शन खराब मौसम के बावजूद स्पष्ट होते रहे।

श्रद्धालुओं ने मणिमहेश डल झील में स्नान कर इस पर्व पर शिव का आशीर्वाद प्राप्त किया। जन्माष्टमी स्नान के पश्चात श्रद्धालु अपने घरों को लौटने लगे हैं। इस वर्ष मणिमहेश यात्रा के पहले स्नान के लिए श्रद्धालुओं कीा संख्या अपेक्षाकृत कम रही है। माना जा रहा है कि सितम्बर माह में होने वाला न्हौण ठण्डा होता है और इस दौरान खरीफ की फसल कटाई का आरम्भ हो जाता है व स्कूलों में छुट्टियां नहीं होती वहीं जुलाई व अगस्त माह में हिमाचल प्रदेश में भारी व्रषा के कारण हुई प्राकृतिक आपदा को देखते हुए भी कई श्रद्धालुओं ने इस वर्ष की अपनी मणिमहेश यात्रा को टाल दिया है। श्रद्धालुओं की संख्या कमी के लिए इन कुछ कारणों को माना जा रहा है।

गौरतलब है कि इस वर्ष अभी तक मणिमहेश कैलाश की इस यात्रा के लिए 27688 यात्रियों ने पंजीकरण करवाया है जबकि पंजीकरण न करवाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या भी काफी अधिक रही है। यात्रा के लिए धरातल पर पंजीकरण प्रक्रिया 01 सितम्बर से आरम्भ हुई थी जबकि इससे पूर्व भी हजारों श्रद्धालु मणिमहेश यात्र कर चुके थे।

अतिरिक्त उपायुक्त भरमौर नवीन तंवर यात्रा में व्यवस्थाओं का जायजा लेने मणिमहेश गए थे उन्होंने कहा कि केवल आज के दिन बीस हजार से अधिक श्रद्धालुओं की उपस्थिति लग रही थी । उन्होंने कहा कि पहले चरण का स्नान सफलतापूर्ण तरीके से पूरा हो गया है। उन्होंने कहा कि जन्माष्टमी पर्व से ठीक पूर्व मणिमहेश झील व भरमौर क्षेत्र की चोचियों पर हिमपात होने के कारण श्रद्धालुओं की संख्या में गिरावट होने की सम्भावना थी लेकिन इसके विपरीत श्रद्धालुओं की संख्या में अचानक बढ़ौतरी दर्ज की गई। उन्होंने कहा कि पहले चरण की यात्रा की समीक्षा कर आगामी चरण के राधाष्टमी स्नान के लिए तैयारियांआरम्भ की जाएंगी।