घोघड़ न्यूज चम्बा 27 अगस्त : 06 सितम्बर को मणिमहेश झील में होने वाले राधाष्टमी स्नान के लिए प्रशासन 15 अगस्त तक मूल व्यवस्थाएं स्थापित करने दावा किया था जिसमें लोनिवि ने हड़सर से मणिमहेश तक के पैदल मार्ग व नाले पर बही पुलियों को पुनः स्थापित करने भरोसा दिया था।
स्थानीय विधायक डॉ जनकराज लाखों रुपये के खर्च से मणिमहेश यात्रा के लिए किए जा रहे प्रबंधों का जायजा लेने के लिए दो दिन पूर्व मणिमहेश के लिए रवाना हुए थे जो आज वापिस भरमौर मुख्यालय पहुंचे। मणिमहेश मार्ग पर अब तक हुए कार्यों के बारे मेंं विधायक ने कहा कि हड़सर मणिमहेश मार्ग अभी पूरी तरह से सुरक्षित नहीं बन पाया है । कहीं कहीं पर रास्ता बेहद जोखिम भरा है। जहां यात्रियों को धक्का लगने या असंतुलित होकर गिरने की सम्भावना अधिक है। धन्छो नाले पर अभी तक अस्थाई पुलिया का निर्माण नहीं हुआ है।
शौचालयों के अभाव में यात्री, दुकानदार, कामगार आदि खुले में शौच कर रहे हैं जिस कारण मार्ग के आसपास बदबू फैल रही है। गत वर्ष यात्रा के दौरान फैला कचरा पूरे रास्ते के आसपास फैला दिख रहा है जिससे इस वन्य प्राणी संरक्षण वाले क्षे्त्र के सौंदर्य को मानो ग्रहण लगा हो । उन्होंने कहा कि यात्रा के प्रबंंधों के लिए प्रशासन को अपने हाथ पांव तेजी से चलाने होंगे।
डॉ जनक राज ने मणिमहेश कैलाश की तलहटी में स्थित कमल कुंड तक जा कर हालात का जायजा लिया। विधायक ने कहा कि इस बारे में प्रशासन को आवश्यक दिशा निर्देश देकर कार्य को तुरंत पूरा करवाया जायेगा।
गौरतलब है कि प्रशासन हर वर्ष फैब्रीकेटड शौचालयों की खरीद पर लाखों रुपये खर्च करता है। मणिमहेश यात्रा के दौरान फैले कचरे को एकत्रित कर उसे प्रबंधन के लिए भेजता है। इस वर्ष इस कचरे के ठिकाने लगाने के लिए पहले हड़सर से कुरांह भेजा गया वहां लोगों के विरोध करने के बाद उस कचरे कुरांह से वापिस भरमौर में पट्टी नाला में फैंका गया जिस पर प्रशासन ने हजारों रुपये फूंक डाले । अभी हाल ही में लाखों रुपये खर्च करके मूवेबल शौचालय खरीदे गए हैं जिन्हें खरीद कर सड़क किनारे रख दिया गया है लेकिन अभी तक उनके ताले नहीं खोले गए हैं ।