Ghoghad.com

घोघड़, चम्बा, 16 नवम्बर : गत दिवस भरमौर हैलिपैड में जनजातीय गौरव दिवस मनाया गया आज उस कार्यक्रम स्थल से मात्र 200 मीटर की दूरी पर एक घर जलकर राख हो गया । आज दोपहर बाद करीब एक बजे बाड़ी नामक गांव में मदन राम, उमाशंकर व अजय कुमार नामक तीन भाइयों के दो घर आग की चपेट में आ गए । लकड़ी से बना एक दो मंजिला घर तो पूरी तरह जल गया जबकि उसी के साथ सटे उन्हीं के पक्के घर को आंशिक नुकसान हुआ है।

जनजातीय गौरव दिवस मनाने के दूसरे दिन ही आगजनी के शिकार हुए इस परिवार को जनजातीय होने पीड़ा का सामना करना पड़ा।

आग लगने की घटना व कारणों पर हम बाद में चर्चा करेंगे पहले इस बात पर प्रकाश डालना आवश्यक है कि इस पहाड़ी क्षेत्र में आगजनी की घटनाएं हर वर्ष होती हैं। जिसमें लाखों रुपये की सम्पत्ति की हानि होती है। आखिर इस आस आगजनी से लड़ने व बचाव के लिए लोगों के पास क्या विकल्प हैं सरकार की ओर से इस बारे में कोई स्थाई समाधान होता नहीं दिख रहा।

आगजनी से बचाव के लिए चम्बा जिला मुख्यालय के बाद 50 किमी की दूरी पर भरमौर उपमंडल के खड़ामुख नामक स्थान पर अग्निशमन केंद्र वर्ष 2016 में आरम्भ किया गया था। लेकिन आगजनी के दौरान इस अग्निशमन केंद्र का पूरा लाभ नहीं मिल पाता । क्योंकि सरकार द्वारा हर गांव को सड़क से जोड़ने के नाम पर केवल सड़क से गांव को छुआ जाता है जिस कारण अग्निशमन वाहन गांव के भीतर तक नहीं पहुंच पा रहे हैं।

सरकार के पास ऐसी योजना नहीं है कि पेयजलापूर्ति पाइपलाईन को ऐसी आपात स्थिति में हाईड्रेंट सिस्टम में बदला जा सके । ताकि आपात स्थिति में सामान्य ग्रामीण भी उसका तुरंत उपयोग कर सकें।

आगजनी से घर को कम से कम नुकसान हो ऐसी तकनीक से निर्मित करने व आग पर काबू पाने व बचाव का प्रशिक्षण लोगों को नहीं दिया जाता। जबकि इसकी आवश्यकता हर नागरिक है।

बात करें आग लगने के कारण की तो प्रभावित परिवार व आस पड़ोस के लोगों से घोघड़ की हुई बातचीत में सामने आया कि यह आग बिजली की लाईन में शॉर्टसर्किट होने के कारण लगी है। घटना के समय घर पर कोई भी मौजूद नहीं था । घर की छत से धुआं उठता देख घर की महिला सदस्य ने आग लगने की सूचना शोर मचा कर दी। आग का धुआं उठता देखकर राजकीय माहविद्यालय भरमौर व वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के विद्यार्थियों सहित मुख्यालय के आसपास के गांवों के सैकड़ों लोग आग बुझाने पहुंच गए।

आग बुझाने पहुंचे लोगों ने कहा कि गांव में पेयजलापूर्ति पाईपों में भी पानी कम था जिस कारण आग को बुझाने में आधा घंटा अधिक समय लगा और इससे नुकसान भी अधिक हुआ । लोगों का कहना है कि गांव की पेयजलापूर्ति पाइप लाईन में पूरा पानी होता तो आग पर जल्द नियंत्रिण किया जा सकता था।

इस घटना के बाद घोघड़ ने आगजनी के लिए उत्तरदायी बताए जा रहे विद्युत विभाग के सहायक अभियंता संतोष कुमार से उनका पक्ष पूछा तो उन्होंने कहा कि आग बिजली के शॉर्टसर्किट के कारण नहीं लगी है विभागीय कनिष्ठ अभियंता ने मौके पर जाकर विद्युत लाईन की पड़ताल कर की व सर्विस वायर को सुरक्षित पाया है। जबकि उमाशंकर व मदन का कहना है कि बिजली मीटर के खराब होने की विभाग को कई बार जानकारी दी गई थी लेकिन विभाग ने उसे नहीं बदला है।

इस प्रकार बाड़ी गांव के अन्य लोगों की भी विद्युत विभाग के प्रति शिकायत थी कि विभाग ने गांव में पुरानी हो चुकी सर्विस वायर का जाल बिछा रखा है। जबकि गांव में कुछ अतिरिक्त खम्भे लगाए जाने की भी आवश्यकता है। इस संदर्भ में विभागी यसहायक अभियंता ने बताया कि विभाग के पास कई माह से सर्विस वायर का स्टॉक नहीं आया है, उपभोक्ता अगर स्वयं वायर खरीद कर देता है तो विभागीय कर्मचारी उसे खम्भे से जोड़ देंगे।

उधर अग्निशमन वाहन की घटना स्थल तक न पहुंचने के कारण पर अग्निशमन विभाग का कहना है कि गांव के भीतर तक सड़क न होने के कारण अग्निशमन वाहन वहां तक नहीं पहुंच पाया है। विभागीय प्रतिनिधि ने बताया कि गांवों को आगजनी से सुरक्षा देने के लिए हाड्रेंट बनाए जाने की आवश्यकता है ताकि अग्निशमन विभाग वहां से पर्याप्त पानी पा सके।

लोगों का कहना है कि अग्निशमन वाहन केवल खड़ामुख में ही खड़े रहते हैं जबकि उन्हें धरवाला, होली व भरमौर तहसील मुख्यालयों में खड़ा किया जाना चाहिए ताकि आपात स्थिति में तुरंत सहायता मिल सके।

उपमंडलाधिकारी भरमौर कुलबीर सिंह राणा ने कहा कि आगजनी से प्रभावित परिवारों की प्रशासन द्वारा हर सम्भव मदद की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रभावित परिवारों को फौरी राहत प्रदान कर दी गई है व राजस्व विभाग को नुकसान का आकलन तैयार करने के आदेश दिए गए हैं ताकि उन्हें उचित मुआवजा दिया जा सके।

नायब तहसीलदार देवेंदर कुमार ने मौके पर जाकर प्रभावित परिवारों से उनके हुए नुकसान की जानकारी ली। जिसमें नकदी, गहने सहित करीब 45 लाख से अधिक सम्पत्ति के नुकसान का आंकड़ा सामने आया है। नायब तहसीलदार ने कहा कि प्रभावितों को 25 हजार रुपये की फौरी राहत जारी कर दी गई है। उन्होंने कहा कि घटना में लकड़ी से बना एक घर पूरी जल गया है व दूसरा पक्का मकान को आंशिक नुकसान हुआ है। पूरी तरह जल चुके घर के लिए सरकार द्वारा निर्धारित 1.30 लाख रुपये, पक्के मकाने के आंशिक नुकसान के लिए 12.50 हजार व दोनों घरों में रखे सामान के नुकसान के लिए 25-25 हजार रुपये का मुआवजा निर्धारित किया गया है। राजस्व विभाग प्रभावित परिवारों को यह मुआवजा राशि शीघ्र जारी कर देगा।

आगजनी की इस घटना पर स्थानीय विधायक डॉ जनक राज ने गहरा दुख जताया है। उन्होंने कहा कि वे प्रभावित परिवारों की हर सम्भव मदद करेंगे।

बहरहाल जनजातीय क्षेत्र में रहने वाले लोगों को किस प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है यह घटना उसका आइना है।


Ghoghad.com

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page